दुश्मनों को फंसाने के लिये युवक की हत्या कर शव नदी के किनारे फेंका। तीन गिरफ्तार।

रिपोर्ट:नन्दकिशोर शर्मा
बरेली।थाना शेरगढ़ क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव के युवक की गला दबाने के बाद सर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। 23 नवंबर की शाम युवक का शव गांव के करीब 1 किलोमीटर दूरी पर किच्छा नदी किनारे झाड़ियां में मिला। युवक की कनपटी में बायी ओर से गोली मारी गई थी।

जानकारी के अनुसार शेरगढ़ के गांव मोहम्मदपुर निवासी झमन लाल का बेटा धर्मेंद्र उम्र 24 वर्ष बुधवार शाम करीब 7 बजे घर से निकला था, फिर नहीं लौटा। घर वाले देर रात तक उसे तलाशते रहे लेकिन पता नहीं चला। गुरुवार सुबह फिर उसकी खोजबीन शुरू की गई तो शाम करीब 4 बजे खेतों की ओर गए लोगों ने गांव से करीब 1 किलोमीटर दूरी पर किच्छा नदी किनारे झाड़ियां में धर्मेंद्र का शव पड़ा देखा। ग्रामीणों ने धर्मेंद्र के घर सूचना दी तो बहन हेमवती और विनोद कुमारी समेत परिवार के सदस्य वहां पहुंचे गए। सूचना पर एसपी देहात मुकेश चंद मिश्र, सीओ और शेरगढ़ थाने की पुलिस पहुंची। फोरेंसिक टीम भी पहुंची और जांच की। गला दबाने के बाद गोली मारकर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। बहनों ने जमीन के विवाद में गांव के ही तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। धर्मेंद्र के परिवार वालों ने 5 बीघा जमीन के विवाद में गांव के ही तीन लोगों पर उसकी गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है। इस जमीन को लेकर उन लोगों के बीच करीब 22 साल से विवाद चल रहा था। कई बार शिकायत भी हुई लेकिन अफसर निस्तारण नहीं कर सके। पुलिस तीन आरोपियों की तलाश कर रही है। धर्मेंद्र के परिवार वालों ने बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति ने उसकी 5 बीघा जमीन कब्जा ली थी। करीब 22 साल से यह जमीन उन लोगों के कब्जे में थी। उन लोगों ने तहसील दिवस और अफसर से तीन चार बार शिकायत भी की। इसके बाद जमीन की पैमाइश हुई और उसमें आरोपियों द्वारा जमीन कब जाने की पुष्टि भी हो गई। मगर अफसर उन लोगों को कब्जा दिलाने में नाकाम रहे, जिसके चलते वह रंजिश गहराती जा रही थी। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई और आरोपियों ने उन लोगों को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
फंसाने के लिये की गई थी हत्या
वही जब पुलिस के इस पूरे मामले में खुलासा किया तो हर किसी के होश उड़ गए। यह हत्या अपने दुश्मनों को फसाने के लिए की गई थी। पुलिस ने हत्या का खुलासा कर तीन आरोपियों को जेल भेजा है।
मोहम्मदपुर गांव में 23 नवंबर को किच्छा नदी के किनारे गोली मारकर धर्मेंद्र की हत्या कर दी गई थी। मृतक के भाई करन ने गांव के जसपाल, भानु प्रताप, चंद्रपाल व सूखे पर जमीन की रंजिश में हत्या का शक जताकर रिपोर्ट कराई थी। धर्मेंद्र के मोबाइल फोन की डिटेल में गांव के रवि गंगवार, विजय व ओम प्रकाश राठौर से बातचीत के साक्ष्य मिले। पूछताछ में इन्हीं तीनों ने आरोप स्वीकार लिए। तीनों को रविवार को जेल भेज दिया गया।