भारत रत्न’ से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का निधन। 2 दिन का राष्ट्रीय शोक।

- भारत रत्न’ से सम्मानित गायिका लता मंगेशकर का ।
- मुंबई के एक अस्पताल में 92 साल की उम्र में अंतिम सांस ली।
- करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में रहा एकछत्र राज।
- जनवरी में कोरोना के बाद से ही आईसीयू में भर्ती थीं लता।
@desk:अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया। ‘लता जी के निधन के बाद देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।
भारत रत्न’ से सम्मानित गायिका लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं।जनवरी में कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गत था। पिछले 28 दिनों से वो मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं।शनिवार (5 फरवरी) को अचानक से महान गायिका लता मंगेशकर की तबीयत फिर बिगड़ने पर उन्हें डॉक्टर्स ने वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा। लता जी की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आने के बाद एक बार फिर से दुआओं का दौर शुरू हुआ। किंतु रविवार सुबह लाता मंगेशकर जी का निधन हो गया।
‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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