बरेली। ग्रामीण क्षेत्र में एक बार फिर तेंदुए का खौफनाक आतंक देखने को मिला है। क्योलड़िया थाना क्षेत्र के बिहारीपुर अब्दुल रहमानपुर गांव में खेत पर सिंचाई कर रहे किसान अरविंद कुमार पर तेंदुए ने जानलेवा हमला कर दिया। घटना के बाद गांव में खौफ और दहशत का माहौल है, लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं।
तेंदुए की यह वारदात न सिर्फ ग्रामीणों के लिए खतरे की घंटी है, बल्कि वन विभाग और प्रशासन के लिए भी बड़ी चुनौती बन चुकी है। हमले में गंभीर रूप से घायल किसान को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया।
तेंदुआ खेत में घात लगाए बैठा था, किसान की जान पर बना खतरा
शुक्रवार सुबह किसान अरविंद कुमार जब खेत पर अकेले सिंचाई कर रहा था, तभी तेंदुए ने झाड़ियों से निकलकर उस पर हमला बोल दिया। तेंदुए ने सीधे चेहरे और गर्दन पर वार किया। किसान की चीख-पुकार सुनकर आसपास मौजूद अन्य किसानों ने दौड़कर उसकी जान बचाई। शोर सुनते ही तेंदुआ खेतों की ओर भाग निकला, लेकिन माना जा रहा है कि वह अब भी उसी इलाके में छिपा हुआ है।
गांव में अफरा-तफरी, मंदिर और मस्जिद से किया गया ऐलान ‘कोई अकेले बाहर न निकले
घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी और खौफ का माहौल है। मंदिरों और मस्जिदों से माइक के जरिए ऐलान कर ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है।
वन विभाग ने भी स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यक्ति खेत या सुनसान जगह पर अकेले न जाए।
तेंदुए की तलाश में वन विभाग की 4 टीमें सक्रिय, CCTV से की जा रही निगरानी
वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए 4 टीमें गठित की हैं। पूरा क्षेत्र हाई अलर्ट पर है। खेतों और रास्तों पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं ताकि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
DFO दीक्षा भंडारी ने बताया कि एक वन्य जीव का पदचिह्न भी बरामद हुआ है, जिससे यह पुष्ट होता है कि हमला तेंदुए द्वारा ही किया गया है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
तेजी से वायरल हो रहा तेंदुए का वीडियो, इलाके में फैली दहशत
हमले के बाद इलाके में एक तेंदुए का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे इसी क्षेत्र का बताया जा रहा है। हालांकि वन विभाग ने इसकी अभी पुष्टि नहीं की है, लेकिन वायरल वीडियो ने लोगों के डर को और गहरा कर दिया है।
“यह सिर्फ एक हमला नहीं, ग्रामीणों की जान को खुला खतरा है”
ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब तेंदुए की मौजूदगी देखी गई हो। वन विभाग को पहले ही सतर्क कर दिया गया था, लेकिन ठोस कार्रवाई न होने का नतीजा एक इंसान की जान पर बन आया।